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कविता -शुक्रिया

Voice of Hearts
Voice of Hearts
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सारे शिकवे, सारे गिले
भुला देने के लिए शुक्रिया …

एक मुद्दत के बाद आज
मुस्करा देने के लिए शुक्रिया …

दर्द कुछ राहत सा दे गया
हमदर्द बनाने के लिए शुक्रिया …

दुखी था में और तुम भी जिंदगी
फिर हाथ बढ़ाने के लिए शुक्रिया …

@अजय बजरँगी

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